समुद्र तल से 2290 मीटर की उंचाई पर स्थित मुनस्यारी पिथौरागढ जिले का ही हिस्सा है लेकिन यहां पर प्रकृति का अलग ही रूप देखने को मिलता है । बर्...
समुद्र तल से 2290 मीटर की उंचाई पर स्थित मुनस्यारी पिथौरागढ जिले का ही हिस्सा है लेकिन यहां पर प्रकृति का अलग ही रूप देखने को मिलता है । बर्फ से ढके पहाडो की चोटियो को अपने बिलकुल नजदीक में अनुभव करना हो तो मुनस्यारी चले आईये । मुनस्यारी में उपर बिलकुल सीधे खडे पहाड दिखायी देते हैं तो नीचे हरी हरी घास के मैदान और घाटी में बहती नदी । किसी पहाड पर छोटे छोटे खेत जो कि दूर से देखने में अलग ही नजारा पेश करते हैं तो किसी पहाड पर बसे गांव की अलग ही छटा है
घाटी में बहती गौरी गंगा के पानी में औषधीय गुण बताये जाते हैं जिसमें नहाने से चर्म रोग दूर हो जाते हैं । गौरी गंगा में राफिटंग भी करायी जाती है । मैने तो देखी नही पर ऐसा पढा है । सीमा के बिलकुल पास होने के कारण यहां पर कुछ क्षेत्रो में ट्रैकिंग या घूमने के लिये परमिट भी लेना पडता है । यहां के लोग बहुत सीधे होते हैं और उनमें से ज्यादा का पेशा कृषि का है ।
दिल्ली से करीब 600 किलामीटर दूर आकर यहां पर एक तरफ नेपाल तो दूसरी ओर तिब्बत का क्षेत्र बहुत पास रह जाता है । एक समय यहां पर तिब्बत से व्यापार का काफी बडा केन्द्र था । पंचचूली पर्वत श्रंखला जो कि आपको फोटोज में दिखायी दे रही है इसे ऐसा भी माना जाता है कि ये पांच पांडवो के स्वर्गारोहण का प्रतीक है । एक ओर नंदा देवी और त्रिशूल पर्वत का नजारा भी मनमोहक है । यहां आसपास में पर्यटको के घूमने और समय बिताने के लिये काफी जगहे हैं । अगर दिल्ली या कहीं और दूर से कोई इतनी दूर तक आये तो उसे कुछ जगहे तो चाहियें ही । इसके अलावा पर्वतारोहियो के लिये तो ये जगह स्वर्ग है क्योंकि मिलाम ग्लेशियर , नन्दा देवी बेस कैम्प , निमिक ग्लेशियर , खलिया टाप आदि जगहे घूमने के लिये बढिया है ।
राम राम जी, अति सुन्दर चित्र, धन्यवाद, वन्देमातरम...
ReplyDeleteराम -राम मनु जी bhai sahab mzn मे हालात कैसे है aap ke gao budhana me sab theek tha.sayad karfu ki vajah se y post update nahi kar paye hoge .aap ki y post me achi jankari meli.
ReplyDeletevery good posting
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