कर्णप्रयाग 1450 मीटर की उंचाई पर बसा उत्तराखंड का प्रसिद्ध शहर है । यहां पर पिंडर नदी जो कि पिंडारी ग्लेशियर से निकलती है और अलकनंदा जो कि नंदा देवी से निकलती है का मिलन स्थल है । ये पंच प्रयाग में से एक है जो हैं देवप्रयाग , रूद्रप्रयाग , कर्णप्रयाग , नंदप्रयाग , विष्णुप्रयाग
हमारा होटल संगम के बिलकुल पास था । सामने ही मंदिर था उमा देवी का और नीचे की ओर संगम । इसलिये सुबह उठते ही सबसे पहले हम दोनो संगम पर ही गये ।
रात को नहाये ही थे इसलिये आज तो नहाने का सवाल ही नही था । नीले जल की धारा में हल्के काले रंग की दूसरी धारा साफ साफ मिलती हुई दिख रही थी । यहां पर सुंदर घाट बने हैं और घाट पर मंदिर तो हैं ही । भीड तो थी नही हमारे अलावा बस दो लोग और थे । पिंडर और अलकनंदा नदी का संगम हमें काफी सुंदर लगा । मेरी ये दूसरी यात्रा थी यहां की ।
रात को नहाये ही थे इसलिये आज तो नहाने का सवाल ही नही था । नीले जल की धारा में हल्के काले रंग की दूसरी धारा साफ साफ मिलती हुई दिख रही थी । यहां पर सुंदर घाट बने हैं और घाट पर मंदिर तो हैं ही । भीड तो थी नही हमारे अलावा बस दो लोग और थे । पिंडर और अलकनंदा नदी का संगम हमें काफी सुंदर लगा । मेरी ये दूसरी यात्रा थी यहां की ।
संगम के उपर पहाडो में सूरज निकलने लगा था । संगम के उपर बने पुलो से गाडियो की आवाजाही काफी होने लगी थी ।
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हमें तो सुबह सुबह बस वालो की आवाज ने जगा दिया था । क्योंकि जिस होटल में हम रूके थे उसी के सामने से गाडिया जाती थी तो वो जोर जोर से आवाज लगा रहे थे
कर्णप्रयाग 1450 मीटर की उंचाई पर बसा उत्तराखंड का प्रसिद्ध शहर है । यहां पर पिंडर नदी जो कि पिंडारी ग्लेशियर से निकलती है और अलकनंदा जो कि नंदा देवी से निकलती है का मिलन स्थल है । ये पंच प्रयाग में से एक है जो हैं देवप्रयाग , रूद्रप्रयाग , कर्णप्रयाग , नंदप्रयाग , विष्णुप्रयाग
यहां के लिये नजदीकी रेलवे स्टेशन रिषीकेश है वैसे रिषीकेश में ज्यादा बडा स्टेशन नही है हरिद्धार जंक्शन पर सारी ट्रेन आती है ।
सडक मार्ग से ये नेशनल हाइवे 58 से जुडा है और चार धाम यात्रा में काफी महत्वपूर्ण स्थान है रिषीकेश से कर्णप्रयाग की दूरी करीब 175 किलोमीटर है
हमने चाय नाश्ता किया और उमा देवी मंदिर के लिये चल पडे
Our hotel was near the sangam. Uma devi temple was in front of the
hotel and sangam was at downstream .so when we wake up we go firstly to
the confluence . we bathed at yesterday night so there was no question
of showers. one stream was blue and second was light black wasclearly
looking to meet. Here is Ghats and temples also at the sangam .beside us
there were only two people on the ghat so there were no crowd . the
confluence of pindar river and alaknanda river we felt quite
beautiful.this was my second visit here.
we had awaken by sound of buses and they were shouting and calling for delhi passenger
Situated at an 1450 mtr attitude Karanprayag is a beautiful and famous city of uttrakhand. .it is 175 km from rishikesh . Pindar river which orignate from pindari glacier and Alaknanda meets here. It is one of prayag , Devprayag, Rudraprayag, Karanprayag, Nandprayag and vishnu prayag.
बनारस, इलाहाबाद और कानपुर में गंदे नालों को गंगे से मिलते देखके बहुत दुख होता है ऐसे में यह तस्वीरें बहुत सुकून देने वाली हैं।
ReplyDeleteNice post
ReplyDeleteतस्वीरे वाकई लाजबाब है !
ReplyDeleteबहुत बढ़िया है आदरणीय-
ReplyDeleteशुभकामनायें -
lovely pictures
ReplyDeleteबहुत सुन्दर झांकी स्वच्छ जल का आकर्षण बांधता है .
ReplyDeleteBeautiful place.
ReplyDeleteयह इस यात्रा का सुन्दरतम स्थान था।
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