सिंदूरी सी एक शाम अब मै चूंकि गाजियाबाद में रहने लगा हूं तो अपने गृह नगर बुढाना जो कि जिला मु0नगर में पडता है वहां पर कभी कभार ही जाना...
अब मै चूंकि गाजियाबाद में रहने लगा हूं तो अपने गृह नगर बुढाना जो कि जिला मु0नगर में पडता है वहां पर कभी कभार ही जाना होता है । इसी तरह एक दिन मै बुढाना गया हुआ था । मेरे पुराने घर में अब कोई नही रहता तो शाम के समय मै छत पर अकेले ही चला गया । उसी दौरान शाम सुहानी हो चली थी और आसमान नये नये रंग बदल रहा था । सिंदूरी रंग में ढली इस शाम को कैद करने के लिये मौके पर कैमरा भी मौजूद था और मैने इस मौके का पूरा फायदा उठाया और इन हसीन पलो को कैद कर लिया ।बताईयेगा जरूर कि फोटो कैसे लगे
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वो कागज की कश्ती वो बारिश का पानी |