हाईवे पर ज्यादा ट्रैफिक नही था और 12 बजे श्रीधर से चले तो एक बजे तक बढिया से खींचकर बुटवल में खाने के लिये रूके । बुटवल में जिस ...
हाईवे पर ज्यादा ट्रैफिक नही था और 12 बजे श्रीधर से चले तो एक बजे तक बढिया से खींचकर बुटवल में खाने के लिये रूके ।
बुटवल में जिस होटल पर हम रूके वहां पर थाली सिस्टम था और 50 रूपये की थाली में चार रोटी चावल और सब्जी थी । बुटवल से आगे रास्ता कटना था और जिस हाईवे पर से हम आ रहे थे उस रास्ते से भी पोखरा जाया जा सकता था पर वो रास्ता हमें मैप के हिसाब से भी लम्बा दिख रहा था और रैस्टोरेंट के मालिक से बात करने पर इसकी पुष्टि हो गयी । पर साथ ही एक बात पता चली कि हम जिस रास्ते से जाने वाले हैं वो पूरा का पूरा रास्ता पहाडी है । पहाडी का नाम सुनते ही मै समझ गया कि अब तो देर लगनी है लेकिन कितनी ये पता नही । पहाडी रास्ते पर समय आपके अपने हाथ में नही होता है ।
रैस्टोरैंट के मालिक से बात हुुई तो पता चला कि वे 16 साल नोएडा में टिफिन सप्लाई का काम करते थे दोनो पति पत्नी । मैने पूछा कि नोएडा से यहां क्यों आये तो उन्होने बताया कि 16 साल काफी पैसा कमाया है अब अपने यहां पर आकर रिटायरमेंट टाइप का जीवन जी रहे हैं । मेरे ख्याल से उन दोनो में कोई सा भी 50 साल से उपर की उम्र का नही था । बुटवल में पैट्रोल डलवाना था । पैट्रोल यहां पर 110 रूपये लीटर था । यानि कुल मिलाकर वही बात थी कि भारत की करेंसी में और यहां की करेंसी में कोई अंतर नही था ।
पैट्रोल डलवाकर चले तो रास्ता पूरा पहाडी था और वो भी खराब और टूटा हुआ । हालांकि 20 किलोमीटर चलने के बाद सडक तो ठीक आ गयी पर स्पीड ज्यादा नही हो पा रही थी । अब एक घंटे में 30 से ज्यादा का एवरेज तो आ नही सकता था इस हिसाब से 5 से 6 घंटे लगने थे और 2 बजे से इस हिसाब से पोखरा पहुंचने में रात हो जानी थी । पर चलो अब तो जैसा होगा देखा जायेगा ।
रास्ता पहाडी था और देर भी हो रही थी लेकिन कम से कम एक बात सुकून की थी कि रास्ता इतना सुंदर था कि पूछो मत । पूरे नेपाल में दो रास्ते इतने सुंदर हैं कि पूछो मत एक तो ये वाला और एक रास्ता जो मंगन के लिये हमने लिया ।
Manu bhai ram ram.bhut sunder jankari & sunder photo.agli post ka intjar...
ReplyDeleteभाई पूछे क्यो नही रास्ता कितना सुन्दर था,पर भाई लेख को थोडा बड़ा करे वैसे आप हर रोज पोस्ट लिखते है पर थोडा सा ओर आपने शायद फेसबुक पर इस बात का,जिक्र भी किया था,की मै हर दिन पोस्ट करता हुं पर अब कुछ नया करने का मन है ऐसा कुछ लिखा,था?..
ReplyDeleteअच्छा लेख...
Bhai Yatra badiya jaa rhi hai....
ReplyDeleteThora lamba likha kro Yeh to jldi khtm Ho jaata hai aur din bht bdde hai.........
बढ़िया दृश्य,इसी बहाने नेपाल को देखने और जानने क्क मौका मिल रहा है
ReplyDeleteये कैसा पेट्रोल पंप ?
ReplyDeleteनेपाल काफी हद तक भारत से थोडा बहोत कुछ मामलों में अलग है