Pillor Rock , Cherrapunji , meghalaya चेरापूंजी में अगला गंतव्य था पिलर राक और थरंगा पार्क । ईको पार्क से निकलने के बाद हम पिलर राक पर आ...
Pillor Rock , Cherrapunji , meghalaya |
चेरापूंजी में अगला गंतव्य था पिलर राक और थरंगा पार्क । ईको पार्क से निकलने के बाद हम पिलर राक पर आये । यहां पर भी बादल या कोहरा इतना ज्यादा था कि फोटो खींचना तो मुश्किल हो ही रहा था साथ ही पानी की छोटी छोटी बूंदे ठंड बढा रही थी । वैसे हम अभी तक प्लेन के कपडो में ही थे । गर्म कपडे होटल में ही रख आये थे क्योंकि शिलांग में इतना भयंकर मौसम नही था ।
इस पिलर राक के बारे में कई तरह की किवदंतिया कही जाती हैं इस क्षेत्र में । जो भी हो ये पत्थर किसी को शिवलिंग की तरह लगा तो किसी को कुछ और पर इस पत्थर के अलावा जो इस जगह की खास बात थी वो थी यहां से बांग्लादेश के समतल मैदानो का दिखायी देना । एक ये जगह और एक इसी के पास स्थित थंगखरंग पार्क हमारे देश का बार्डर है । इतनी उंचाई के बाद जो नीचे खाई दिख रही है वहीं पर थोडी दूर से ही बांग्लादेश की सीमा शुरू हो जाती है ।
आप जो फोटो में नदी का पाट देख रहे हैं वो बांग्लादेश में है । हमारे ड्राइवर का कहना था कि हमारे यहां पानी बहुत बरसता है पर सब बांग्लादेश को चला जाता है । शायद इसलिये होगा क्योंकि हम उंचाई पर स्थित हैं और पानी का ढालान हमेशा नीचे की ओर रहेगा ही । इस हिसाब से तो चेरापूंजी में बरसने वाले पानी का हमारे देश को कोई फायदा नही होता होगा ।
वहीं दूसरी ओर बांग्लादेश के प्लेन इस तरह दिख रहे थे कि जल थल सब एक हो रहा था । जिधर देखो पानी ही पानी दिख रहा था । आजकल जो कैमरा है मेरे पास होता तो शायद बांग्लादेश के किसी गांव का भी फोटो ले आते पर दस मेगापिक्सल के साधारण कैमरे से तो इतना ही संभव था ।
हमारे ड्राइवर ने एक और जानकारी दी कि खासी लोगो में मरने के बाद तीन दिन तक लाश को घर में ही रखे रहते हैं । इस तीन दिन में लोगो और रिश्तेदारो को बुलाकर भोज भी कराया जाता है । शायद ये ईसाई होते हैं । और इसीलिये तीन दिन बाद कब्र में दफन करते हैं लेकिन इसी राज्य के दूसरे हिस्से यानि जयंतिया हिल्स क्षेत्र में ऐसा नही है और वे शव को जलाते हैं । शायद वे हिंदू होंगें ।
गारो हिल्स वाले भी शव को दफनाते हैं । वैसे यहां पर काली , दुर्गा माता आदि को बहुत माना जाता है ।चेरापूंजी जो है वो खासी हिल्स में है जबकि बरापानी लेक जयंतिया हिल्स में और गारो या तूरा गारो हिल्स में है ।
इनके बारे में कुछ और जानकारी अगली पोस्ट में
NORTH EAST TOUR-
Pillor Rock , Cherrapunji , meghalaya |
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banladesh plains |
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अनानास की खेती |
मनु जी,
ReplyDeleteबहुत मजा आ रहा है आपके साथ इस यात्रा में...........मेघालय के प्राक्रतिक चित्रों को देख कर लग रहा है, धरती का स्वर्ग यही है। आपके केमरे से आज बांग्लादेश की धरती के भी दीदार कर लिए...बहुत बहुत धन्यवाद।
सुन्दर चित्र, एक ओर पहाड़, दूसरी ओर मैदान..
ReplyDeleteenjoyed ur series of post on Megalaya. ....
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