आज लाचुंग का कार्यक्रम था । टूर आपरेटर जिसका नाम संजीत था उससे बात हुई तो उसने बताया कि दस बजे आपको वजारा टैक्सी स्टैंड से गाडी मिलेगी । हम...
आज लाचुंग का कार्यक्रम था । टूर आपरेटर जिसका नाम संजीत था उससे बात हुई तो उसने बताया कि दस बजे आपको वजारा टैक्सी स्टैंड से गाडी मिलेगी । हम तो सुबह सवेरे 6 बजे ही उठकर तैयार हो गये थे ।
रात भर फिर से बारिश पडी पर जब कमरे में गीजर हो तो नहाने में कोई दिक्कत नही होती । एक बात और कि आज हमें कमरा खाली करना था क्योंकि आज की रात हमारी लाचुंग में गुजरनी थी और इस सफर में केवल यही जगह थी जहां पर हमार होटल और खाना भी बुक था लाचुंग में जाने से पहले हमारे गाडी वाले ने बताया था कि लाचुंग में खाना वगैरा की सुविधा नही होती जितने आदमी यहां से जाते हैं ड्राइवर उनका खाना वगैरा सब सामान लेकर जाता है ।
सब कुछ ठीक ठाक था । घूमते घूमते आठ दिन हो गये थे । परसो आते ही कपडे धोकर कमरे में ही डाल दिये थे । सारा दिन कमरे में कपडे ही सुखाये थे । अभी तो बारह दिन और घूमना था । बस कपडे प्रेस नही हो पा रहे थे तो निकल पडे प्रेस कराने के लिये । रोप वे के पास के बाजार में जाकर प्रेस की दुकान मिली । यहीं पर चाय पी । दस रूपये में ये बडे बडे कप भरकर । मजा आ गया । लगे हाथ प्रेस होने तक शेविंग भी करवा ली । शेविंग साधारण 20 रूपये की थी । ये रेट उस्तरे की शेव के थे । मशीन से करवाने के 30 रूपये थे ।
वजारा बस स्टैंड पर टाप फलोर लाचुंग का है । नीचे वाला छांगू लेक का । यहां पर संजीत मिला । उसने हमसे अपना लिफाफा ले लिया और दस हजार रूपये ले लिये । पास में ही वजारा सिनेमा हाल भी है ।
लाचुंग का रास्ता काफी हरा भरा है । शुरू के कुछ किलोमीटर तक रास्ता खराब है या बाद के कुछ किलोमीटर । बीच में रास्ता ठीक ठाक है । आज पूरा दिन गाडी में ही सफर करना था
NORTH EAST TOUR-
रास्ते में सबसे पहले सेवन सिस्टर फाल आता है । ये सेवन सिस्टर फाल गंगटोक जहां से हम चले थे वहां से 30 किलोमीटर के करीब दूर था । खुला आसमान और उंची पहाडी जो कि आसमान से होड करती दिख रही थी उससे आता हुआ झरना । हमने पूछा यार झरना तो एक ही है तो नाम सेवन सिस्टर क्यों ? बाकी की छह बहने कहां पर हैं तो ड्राइवर ने बताया कि ये सात बैंड यानि मोड में भी है और बाकी छोटी छोटी धाराऐं हैं । यहां पर समोसे बनते देखे । बिलकुल हमारे यहां के जैसे ही बन रहे थे । खाये बिना रहा नही गया । सेवन सिस्टर फाल के कुछ नजारे अगली पोस्ट में कल
Bahut Sunder Chitra....
ReplyDeleteस्वर्ग लग रहा है बिल्कुल.
ReplyDelete२० दिन की यात्रा तो बहुत अधिक होती है, पर इस सौन्दर्य में मन कैसे न लग जाये।
ReplyDeleteHave been to Lachung and loved the post.
ReplyDeleteswarg ke saman ---
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