अमृतसर अपने आप में इतिहास के कई अच्छे और बुरे पल समेटे हुए है । मुस्लिम शासको ने यहां पर कई बार आक्रमण किये । कई बार बाहरी आक्रांताओ ने भ...
अमृतसर अपने आप में इतिहास के कई अच्छे और बुरे पल समेटे हुए है । मुस्लिम शासको ने यहां पर कई बार आक्रमण किये । कई बार बाहरी आक्रांताओ ने भी इस शहर का वजूद मिटाने की कोशिश की । अंग्रेजो ने यहां पर जलियांवाला बाग हत्याकांड किया जिसकी गूंज देश ही नही विदेशो में भी हुई तो साथ ही विभाजन के समय भी यहां पर काफी कत्लोआम हुआ पर ये शहर अपनी जीवटता के साथ आज भी ऐसे ही खडा है ।
सिख धर्म का ये गढ है । वैसे यहां पर हिंदू त्यौहार भी मनाये जाते हैं । गुरू नानक जयंती , लोहडी , बैसाखी आदि त्यौहार यहां पर प्रमुखता से मनाये जाते हैं ।
लाल देवी माता जी एक संत थी जिन्हे उनके मानने वाले पूज्य माता जी कहते हैं । उनकी याद में ये मंदिर बनाया गया है जो कि दो मंजिला है और इस मंदिर की खास बात ये हैं कि यहां पर देश व हिंदू धर्म के कई मुख्य मंदिरो की व उनके पूज्य विग्रहो की प्रतिकृति यहां पर है । माता वैष्णो देवी मंदिर की प्राचीन गुफा की हूबहू कापी यहां पर है तो जगन्नाथ पुरी जी पूरा देव परिवार यहां पर मौजूद है ।
मंदिर काफी सुंदर बनाया गया है और शीशा इतना जडा हुआ है कि कई बार तो इसे शीशमहल कहने का मन करता है । जितनी मेहनत और पैसा लगाकर ये मंदिर बना हुआ है उससे इसे देखने आने वालो की मेहनत सफल हो जाती है ।
सभी ज्योर्तिलिंग और सभी देवियो के स्वरूप यहां पर हैं । देशी ही नही विदेशी पर्यटक भी इसे देखने आते हैं । अगर आप भी अमृतसर जायें तो इसे देखना ना भूलें
Been there in 2011, loved it :)
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