kaza काजा , लाहौल और स्पीति जिले के सब डिवीजन स्पीति का मुख्यालय है जो कि हिमाचल का एक जिला है । हिमाचल का शीत मरूस्थल कहा जाने वा...
kaza |
काजा , लाहौल और स्पीति जिले के सब डिवीजन स्पीति का मुख्यालय है जो कि हिमाचल का एक जिला है । हिमाचल का शीत मरूस्थल कहा जाने वाला ये इलाका तिब्बत के काफी समीप है । समुद्र तल से 3650 मीटर की उंचाई पर बसा ये इलाका लददाख से मिलता जुलता है ।
काजा कस्बा दो भागो में बंटा है , एक पुराना काजा जिसे काजा खास के नाम से जाना जाता है और एक नया जिसे काजा सोमा के नाम से जानते हैं । प्रशासनिक कार्यालय नये काजा में हैं
काजा वैसे तो उंचे उंचे पहाडो से घिरा है चारो ओर से पर इसके दो ओर से निकास है। एक किन्नौर घाटी से और दूसरा लाहौल घाटी से ।
किन्नौर घाटी वाला रास्ता ज्यादातर साल खुला रहता है । केवल कुछ समय के लिये जब भारी बर्फबारी हो जाये या भूस्खलन जो कि ज्यादा लम्बे समय के लिये नही होती । दूसरा रास्ता 13000 फुट की उंचाई पर रोहतांग पास से आता है जिसमें कुंजुम पास 14928 भी पडता है जिसे शीतकाल में बंद ही रखा जाता है ।
काजा भारत के सबसे ठंडे स्थानो में से एक है यहां पर माइनस से नीचे भी तापमान अक्सर हो जाता है ।मनाली से काजा तक का जो रास्ता है वो शायद कभी ही पक्का बना हो क्योंकि यहां पर इतना भूस्खलन और बर्फबारी होती है कि इसे बनाना बहुत मुश्किल है । इसलिये पर्यटको को सलाह दी जाती है कि इस एरिया में जाने के लिये अपनी व्यक्तिगत गाडी ना ले जाकर किराये की एस यू वी जैसे सूमो आदि कर लें । बाइक के शौकीनो के लिये ये रूट स्वर्ग की तरह है क्योंकि 25 या उससे ज्यादा रूपये प्रति किलोमीटर की टैक्सी करने की बजाय वो दो रूपये किलोमीटर में इस जगह का मजा ले सकते हैं और साथ ही अपनी ड्राइविंग स्किल का टैस्ट भी ले सकते हैं ।
काजा कई जगहो जैसे स्पीति घाटी , की मोनेस्ट्री , किब्बर गांव , कौमिक गांव , नाको , कुंजुम पास , पिन वैल्ली और चन्द्रताल के लिये बेस कैम्प की तरह है । यहां पर एक बौद्ध मठ और एक हिंदू मंदिर भी है ये ताबो से 47 किलोमीटर और कल्पा से 210 किलोमीटर है । मनाली से 224 किमी , केलांग से 197 और शिमला से 425 किलोमीटर की दूरी पर है ।
ग्यारह बजे हम काजा पहुंच गये थे । यहां पर हम देा चीजो को ढूंढ रहे थे एक खाना और दूसरा पैट्रोल पंप । क्योंकि काजा के बाद पैट्रोल मनाली में ही मिलना था इसलिये यहां से पैट्रोल भरवाना जरूरी था । आफ सीजन होने की वजह से ज्यादा खाने की जगहे खुली नही थी । यहां की मोनेस्ट्री रास्ते में ही पडी तो थोडी देर उसे देखने के लिये रूक गये । मोनेस्ट्री के अंदर भी गये और कुछ फोटोज ली । मोनेस्ट्री के जरा आगे ही पैट्रोल पम्प है जो कि 3740 मीटर की उंचाई पर विश्व का सबसे उंची जगह पर स्थित पैट्रोल पम्प है ।
इसके बताने के लिये पम्प पर कई जगह बैनर और बोर्ड लगाये गये हैं । पम्प पर ही हमने खाने के लिये पूछा तो उसने बिलकुल पम्प से मिला हुआ रैस्टोरेंट दिखाया । नाम तो याद नही पर बढिया रैस्टोरेंट था और बढिया खाना । जाट देवता ने तो खाने से मना कर दिया पर राकेश और मैने दो थाली ली जो शायद सौ रूपये की थी एक थाली । खाना खाने की वजह से हमें एक घंटा लग गया । वहीं बैठकर चर्चा हुई कि अब कहां जाना है ?
यहां से कौमिक गांव जाने का भी इरादा बना क्योंकि वो एशिया के सबसे उंचे गांव में आता है । लेकिन उसका रास्ता अलग था । दोपहर का समय हो चुका था और हम आज शाम तक या उससे पहले कुंजुम पास पार करना चाहते थे । दर्रो पर अक्सर शाम के समय मौसम खराब होने लगता है इसलिये जल्दी निकलना जरूरी था पर यहां पर की मोनेस्ट्री देखना तो सबकी पसंद थी । की मोनेस्ट्री के लिये निकलने से पहले काजा में वैल्डिंग की दुकान मिल गयी जिस पर से मैने अपने बाइक का साइड स्टैंड सही करा लिया । इसके बाद हम लोग करीब सात किलोमीटर दूर की मोनेस्ट्री पहुंच गये
काजा वैसे तो उंचे उंचे पहाडो से घिरा है चारो ओर से पर इसके दो ओर से निकास है। एक किन्नौर घाटी से और दूसरा लाहौल घाटी से ।
किन्नौर घाटी वाला रास्ता ज्यादातर साल खुला रहता है । केवल कुछ समय के लिये जब भारी बर्फबारी हो जाये या भूस्खलन जो कि ज्यादा लम्बे समय के लिये नही होती । दूसरा रास्ता 13000 फुट की उंचाई पर रोहतांग पास से आता है जिसमें कुंजुम पास 14928 भी पडता है जिसे शीतकाल में बंद ही रखा जाता है ।
काजा भारत के सबसे ठंडे स्थानो में से एक है यहां पर माइनस से नीचे भी तापमान अक्सर हो जाता है ।मनाली से काजा तक का जो रास्ता है वो शायद कभी ही पक्का बना हो क्योंकि यहां पर इतना भूस्खलन और बर्फबारी होती है कि इसे बनाना बहुत मुश्किल है । इसलिये पर्यटको को सलाह दी जाती है कि इस एरिया में जाने के लिये अपनी व्यक्तिगत गाडी ना ले जाकर किराये की एस यू वी जैसे सूमो आदि कर लें । बाइक के शौकीनो के लिये ये रूट स्वर्ग की तरह है क्योंकि 25 या उससे ज्यादा रूपये प्रति किलोमीटर की टैक्सी करने की बजाय वो दो रूपये किलोमीटर में इस जगह का मजा ले सकते हैं और साथ ही अपनी ड्राइविंग स्किल का टैस्ट भी ले सकते हैं ।
काजा कई जगहो जैसे स्पीति घाटी , की मोनेस्ट्री , किब्बर गांव , कौमिक गांव , नाको , कुंजुम पास , पिन वैल्ली और चन्द्रताल के लिये बेस कैम्प की तरह है । यहां पर एक बौद्ध मठ और एक हिंदू मंदिर भी है ये ताबो से 47 किलोमीटर और कल्पा से 210 किलोमीटर है । मनाली से 224 किमी , केलांग से 197 और शिमला से 425 किलोमीटर की दूरी पर है ।
ग्यारह बजे हम काजा पहुंच गये थे । यहां पर हम देा चीजो को ढूंढ रहे थे एक खाना और दूसरा पैट्रोल पंप । क्योंकि काजा के बाद पैट्रोल मनाली में ही मिलना था इसलिये यहां से पैट्रोल भरवाना जरूरी था । आफ सीजन होने की वजह से ज्यादा खाने की जगहे खुली नही थी । यहां की मोनेस्ट्री रास्ते में ही पडी तो थोडी देर उसे देखने के लिये रूक गये । मोनेस्ट्री के अंदर भी गये और कुछ फोटोज ली । मोनेस्ट्री के जरा आगे ही पैट्रोल पम्प है जो कि 3740 मीटर की उंचाई पर विश्व का सबसे उंची जगह पर स्थित पैट्रोल पम्प है ।
इसके बताने के लिये पम्प पर कई जगह बैनर और बोर्ड लगाये गये हैं । पम्प पर ही हमने खाने के लिये पूछा तो उसने बिलकुल पम्प से मिला हुआ रैस्टोरेंट दिखाया । नाम तो याद नही पर बढिया रैस्टोरेंट था और बढिया खाना । जाट देवता ने तो खाने से मना कर दिया पर राकेश और मैने दो थाली ली जो शायद सौ रूपये की थी एक थाली । खाना खाने की वजह से हमें एक घंटा लग गया । वहीं बैठकर चर्चा हुई कि अब कहां जाना है ?
यहां से कौमिक गांव जाने का भी इरादा बना क्योंकि वो एशिया के सबसे उंचे गांव में आता है । लेकिन उसका रास्ता अलग था । दोपहर का समय हो चुका था और हम आज शाम तक या उससे पहले कुंजुम पास पार करना चाहते थे । दर्रो पर अक्सर शाम के समय मौसम खराब होने लगता है इसलिये जल्दी निकलना जरूरी था पर यहां पर की मोनेस्ट्री देखना तो सबकी पसंद थी । की मोनेस्ट्री के लिये निकलने से पहले काजा में वैल्डिंग की दुकान मिल गयी जिस पर से मैने अपने बाइक का साइड स्टैंड सही करा लिया । इसके बाद हम लोग करीब सात किलोमीटर दूर की मोनेस्ट्री पहुंच गये
KINNAUR SPITI YATRA-
kaza hindu temple |
me at kaza |
kaza monestry |
kaza monestry |
काजा के सामने वाले पहाड पर लिखा था ये |
restaurant |
world`s highest attitude petrol pump at kaza |
world`s highest attitude petrol pump at kaza |
view of ki monestry from kaza |
ki monestry from kaza |
main gate of ki monestry |
view from ki monestry |
way of ki monestry |
view from ki monestry |
view from ki monestry |
सर जी नजारो का पुरा लुफ्त उठाया जा रहा है ओर आपके खिचे गए फोटो भी बहुत सुंदर आते है.
ReplyDeleteबहुत सुंदर !
ReplyDeleteAmazing post, Awesome Place!!
ReplyDeleteI have nominated you for the Versatile Blogger award. You can collect your award here.
http://interestingthingsontheearth.blogspot.com/2013/12/versatile-blogger-award.html
Shandar photography, shandar jaankari.
ReplyDeleteThanks.
bahut sunder.
ReplyDeleteAmazing photographs
ReplyDeletewhich setting u use in your camera
DeleteBeautiful Clicks....
ReplyDeleteआज पूरी यात्रा पढ ली जायेगी
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