यूं तो हिमाचल की स्पीति घाटी लाहौल और स्पीति का एक भाग है किंतु हर क्षेत्र की अपनी विशेषताऐं होती हैं । अब तक के तीन दिन के सफर में हमने शि...
यूं तो हिमाचल की स्पीति घाटी लाहौल और स्पीति का एक भाग है किंतु हर क्षेत्र की अपनी विशेषताऐं होती हैं । अब तक के तीन दिन के सफर में हमने शिमला , नारकंडा , रामपुर , सराहन , सांगला तक हरियाली रही लेकिन करछम के बाद वो गायब होती गयी । करछम से सुमदो तक सडक के जो हालात थे वो उन्हे देखकर खूबसूरती की तो कल्पना भी नही की जा सकती थी पर यहां भी पहाडो ने और उनके बीच बहती नदी ने हर वक्त एक अलग की दृश्य बनाये रखा ।
सुमदो से आगे स्पीति घाटी का सफर शुरू हुआ । इस सफर की खास बात ये थी कि इस घाटी में तंग मोड कम थे और खुले रास्ते आने शुरू हो गये थे । यहां पेड पौधे नही थे पर कुदरत ने फिर भी सपाट पहाडो से भरे इस इलाके को एक नयी ही चीज सौगात में दी थी स्पीति नदी जिसके नाम पर ही इस घाटी का नाम पडा । खास बात ये थी कि नीचे नदी और उपर पहाड लेकिन उसके उपर सूरज यहां पल पल रंग बदल रहा था और यही चीज सुंदरता को बढा रही थी । सफर के रास्ते अब हसीन हो चले थे और हर मोड पर रूकने को जी करता था । मैने कभी नही सोचा था कि बिना हरियाली भी इतनी सुंदरता कहीं देखूंगा
आज आपके लिये केवल फोटो ही


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जी आपको ये जगह कैसी लगी ? |