गारजिया देवी के मंदिर पर जाने का विचार बना । वो पास में ही था पर तीन दिन क्या यहीं पर रहेंगें ? नैनीताल , भीमताल , रानीखेत, अल्मोडा सब जगह देख रखी हैं दोनो ने , तो फिर कहां चलें ? एक बात
jim corbett to ranikhet ? ,जिम कार्बेट से रानीखेत ?
जिम कार्बेट नही तो फिर क्या ? गारजिया देवी के मंदिर पर जाने का विचार बना । वो पास में ही था पर तीन दिन क्या यहीं पर रहेंगें ? नैनीताल , भीमताल , रानीखेत, अल्मोडा सब जगह देख रखी हैं दोनो ने , तो फिर कहां चलें ?
एक बात और बता दूं आप सबको कि हम जिस दिन गये थे वो होली से तीन दिन पहली बात है और एक शार्ट और स्वीट प्रोग्राम बनाकर चले थे पर सब फेल हो चुका था । अब क्या करें क्या नही को सोचते हुए परांठे चाय के साथ पेल दिये । अजीब बात थी कि सुबह सवेरे का नाश्ता खाना और सब कुछ चार बजे हो रहा था । खाली पेट मुझे तेजाब बनने लगता है फिर चाहे खाना गलत समय पर ही क्यों ना हो ।कहीं का विचार नही बन पाया तो क्या ? जो जगह पास में थी वो हमने देख रखी थी और जो जगह हमने नही देख रखी थी वो काफी दूर थी और कायदे से हम उल्टी दिशा में आ चुके थे । उन जगहो तक आज तो क्या कल शाम तक ही पहुंचा जा सकता था ।
बडा गुस्सा भी आ रहा था और ये भी कि इस बार तो शायद ये टूर बेकार ही जायेगा
आखिर एक बात पर सहमति बनी कि यहां से रानीखेत तक चला जाये और वहां पर रूककर सोचते हैं कि कहां जाना है ।
अब अपने सफेद हाथी यानि टोयोटा इटिओस व्हाइट का मुंह कर दिया रानीखेत की सडक पर । सफेद हाथी में लगे जीपीएस में रानीखेत सैट कर दिया गया ।
munsyari yatra-
बडी शिददत से थी दीदार ए तमन्ना , गली में आज चांद निकला
पिछली पोस्ट में फरमाइश थी दीपक सिंह जी का दीदार करने की लीजिये पेशे नजर हैं दिन में ही चांद ...........दीपक सिंह
इनके और पहलूओ के बारे में मै आगे बताउंगा पर हां मै भी इसी दिन पहली बार रूबरू हुआ था उससे पहले सिर्फ नेट पर कमेंट और चैट से ही बात होती थी
दिन के चांद का नजदीकी व्यू
देखी हिम्मत
एक पैनोरमा सुंदर मोड पर
दिन के चांद का नजदीकी व्यू
कभी कभी ऐसा हो जाता हैं.....आप कुछ और कार्यक्रम बना कर चलते हैं. और जाना कही ओर पड़ जाता है.
ReplyDeletebahut sunder
ReplyDeleteरानीखेत वाया कालागड या कालीडुगी बहुत सुनदर रोड हे टोटल जगँल है हीरण व अनय जानवर सडकँ पर ही दिख जाते है मनु भाई चलते रहो।
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