मुझे जंजैहली होने के लिये शार्टकट रास्ता चुनना था और वो था पंडोह डैम को पार करने के बाद उल्टे हाथ को मुड रहा जिस पर केयोलीधार और कांडा होते हुए जंजैहली पहुंचा जा सकता था । पर इस रास्ते की पंडोह डैम से जो चढाई शुरू हुई है उसने मेरी बाइक को रूला दिया । पं
मुझे जंजैहली होने के लिये शार्टकट रास्ता
चुनना था और वो था पंडोह डैम को पार करने के बाद उल्टे हाथ को मुड रहा जिस पर
केयोलीधार और कांडा होते हुए जंजैहली पहुंचा जा सकता था । पर इस रास्ते की पंडोह
डैम से जो चढाई शुरू हुई है उसने मेरी बाइक को रूला दिया । पंडोह डैम से केयोलीधार
के बीच में कई जगह मैने बाइक को ब्रेक दिया । रास्ता बहुत छोटा था और सुंदर भी ।
यहां से पंडोह झील का नजारा काफी दूर तक दिखायी देता रहता है और उसके बाद शुरू हो जाता है ढालानदार खेतो और जहां तक नजर देख सके वहां तक पहाडियो को देखने का सिलसिला । चारो ओर हरियाली और हां रास्ते में सिर्फ पिक अप गाडिया ही शोर को तोडती हैं । इस रास्ते पर कार या बाइको का कोई ट्रैफिक नही मिला । रास्ते में कई जगह लोग बस का इंतजार तो करते मिले लेकिन बस नही मिली । बस तो शायद ही चलती होगी इतने छोटे रास्ते पर लेकिन ये पिकअप गाडियां ही सवारियो को ढोती हैं । केयोली धार गांव में ऐसा लगा जैसे आज छुटटी का दिन हो । दो चार दुकाने वो भी बंद । एक बुजुर्ग महिला से मैने पुछा कि यहां पर सब दुकाने बंद क्यों हैं कोई आदमी भी दिखायी नही दे रहा । उसने बताया कि आज कोई रैली है शायद उस दिन हिमाचल दिवस जैसा कोइ प्रोग्राम था और उसमें मुख्यमंत्री की रैली थी । मैने पूछा अम्मा तुम्हारा फोटो ले लूं ? अरे बेटा क्या करेगा बुढिया का फोटो लेके ? अम्मा यादगार के लिये । तब अम्मा बिलकुल माडलिंग वाले स्टाईल में आ गयी । फोटो खिंचवाकर कैमरे में देखा भी ।
केयोलीधार के बाद भी चढाई का अंत नही हुआ था । रास्ते में तीन बच्चे जा रहे थे । मैने बाइक आगे को जाकर रोकी और उनका फोटो लेना चाहे तो सारे के सारे मुंह छुपाने की कोशिश करने लगे । जिन रास्तेा पर पर्यटक ज्यादा आते जाते हैं वो इस तरह के आदी हो जाते हैं । ऐसी बातो से बेपरवाह कि कोई फोटो खींच रहा है । पर यहां अभी शर्मीलापन है । कांडा तक चढाई ऐसे ही रही । कांडा ऐसी जगह है जहां पर तिराह है । यहां से एक सडक मंडी को चली जाती है तो दूसरी जंजैहली को । तीनो सडको पर वन विभाग के बैरियर लगे हैं जिन पर आदमी पूरी मुस्तैदी से तैनात रहते हैं ।
यहां से पंडोह झील का नजारा काफी दूर तक दिखायी देता रहता है और उसके बाद शुरू हो जाता है ढालानदार खेतो और जहां तक नजर देख सके वहां तक पहाडियो को देखने का सिलसिला । चारो ओर हरियाली और हां रास्ते में सिर्फ पिक अप गाडिया ही शोर को तोडती हैं । इस रास्ते पर कार या बाइको का कोई ट्रैफिक नही मिला । रास्ते में कई जगह लोग बस का इंतजार तो करते मिले लेकिन बस नही मिली । बस तो शायद ही चलती होगी इतने छोटे रास्ते पर लेकिन ये पिकअप गाडियां ही सवारियो को ढोती हैं । केयोली धार गांव में ऐसा लगा जैसे आज छुटटी का दिन हो । दो चार दुकाने वो भी बंद । एक बुजुर्ग महिला से मैने पुछा कि यहां पर सब दुकाने बंद क्यों हैं कोई आदमी भी दिखायी नही दे रहा । उसने बताया कि आज कोई रैली है शायद उस दिन हिमाचल दिवस जैसा कोइ प्रोग्राम था और उसमें मुख्यमंत्री की रैली थी । मैने पूछा अम्मा तुम्हारा फोटो ले लूं ? अरे बेटा क्या करेगा बुढिया का फोटो लेके ? अम्मा यादगार के लिये । तब अम्मा बिलकुल माडलिंग वाले स्टाईल में आ गयी । फोटो खिंचवाकर कैमरे में देखा भी ।
केयोलीधार के बाद भी चढाई का अंत नही हुआ था । रास्ते में तीन बच्चे जा रहे थे । मैने बाइक आगे को जाकर रोकी और उनका फोटो लेना चाहे तो सारे के सारे मुंह छुपाने की कोशिश करने लगे । जिन रास्तेा पर पर्यटक ज्यादा आते जाते हैं वो इस तरह के आदी हो जाते हैं । ऐसी बातो से बेपरवाह कि कोई फोटो खींच रहा है । पर यहां अभी शर्मीलापन है । कांडा तक चढाई ऐसे ही रही । कांडा ऐसी जगह है जहां पर तिराह है । यहां से एक सडक मंडी को चली जाती है तो दूसरी जंजैहली को । तीनो सडको पर वन विभाग के बैरियर लगे हैं जिन पर आदमी पूरी मुस्तैदी से तैनात रहते हैं ।
आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 11/07/2013 के चर्चा मंच पर है
ReplyDeleteकृपया पधारें
ReplyDeleteवाह . बहुत उम्दा,सुन्दर व् सार्थक प्रस्तुति
कभी यहाँ भी पधारें और लेखन भाने पर अनुसरण अथवा टिपण्णी के रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें |
fabulous pictures you have taken bro !!
ReplyDeleteThis is a fabulous trek and it appears it is your hobby. Keep us informed.
ReplyDeletevery nyc pics !!
ReplyDeletehttp://hindustanisakhisaheli.blogspot.com/
http://eyeswantstosee.blogspot.com/
such a pretty place...your pics relax me!
ReplyDeleteThe pictures deftly taken bring out the beauty of the Himalayan hills and people.
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