इस मंदिर की खास बात ये थी कि इस मंदिर के गेट बंद थे और वो बंद ही रहते हैं । साल में एक या दो बार विशेष अवसरो पर ही खुलते हैं ।
कसोल गांव का सुंदर मंदिर आप इन चित्रो में देख सकते हो । इस मंदिर की खास बात ये थी कि इस मंदिर के गेट बंद थे और वो बंद ही रहते हैं । साल में एक या दो बार विशेष अवसरो पर ही खुलते हैं ।
दूसरी बात ये कि मंदिर में काफी उंचाई पर जाकर एक दूसरी मंजिल के जैसी आकृति बनी है जो कि देखने में काफी सुंदर लगती है पर उस पर जाने की सुविधा नही है वो केवल दिखाने के लिये है । इस मंदिर तक जाने के रास्ते में दो से तीन फुट के रास्तो से जाना पडता है । वैसे मेन हाइवे से ये मात्र दो सौ मीटर से भी कम दूरी पर है ।मंदिर पर सुंदर नक्काशी की हुई है । पूरी तरह लकडी से बने इस मंदिर को काफी देर तक देखने को मन करता रहा । काश मंदिर के गेट खुले होते इस मंदिर को देखकर तो मन खुश हुआ पर ये देखकर दुखी हो गया कि इसी मंदिर के पास में एक घर में खुल में पार्टी चल रही थी । पांच से छह विदेशी जिनमें से दो लडकियां थी खुलेआम सिगरेट और चिलम का धुंआ उडा रहे थे । उन्होने तेज आवाज में म्यूजिक बजाया हुआ था और बीयर की बोतले भी खुले मे रखी थी । एक लडकी ने अपनी कमर में घेरा डाल रखा था और वो उस पहिये को घुमाने का डांस कर रही थी ।
कपडो के बारे में तो कुछ कहना ही नही था पर लगा कि इन लोगो के लिये तो गांव से कोई अलग जगह होनी चाहिये थी । क्यूंकि इसी घर के पीछे गांव का सरकारी स्कूल और थोडी दूरी पर एक और मंदिर था जो कि आपने पिछली पोस्ट में देखा था ।
वैसे यहां से अनछुऐ और बर्फ से ढके पहाडो का सुंदर नजारा देखने को मिलता है ।
उत्तराखंड की बाढ से आयी त्रासदी में और केदारनाथ मंदिर की तबाही में मरे लोगो को मेरी ओर से भावभीनी श्रद्धांजलि । flood in uttranchal,
जो लोग बच गये हैं उनके लिये भोले बाबा से प्रार्थना है कि सबकी रक्षा करें
दूसरी बात ये कि मंदिर में काफी उंचाई पर जाकर एक दूसरी मंजिल के जैसी आकृति बनी है जो कि देखने में काफी सुंदर लगती है पर उस पर जाने की सुविधा नही है वो केवल दिखाने के लिये है । इस मंदिर तक जाने के रास्ते में दो से तीन फुट के रास्तो से जाना पडता है । वैसे मेन हाइवे से ये मात्र दो सौ मीटर से भी कम दूरी पर है ।मंदिर पर सुंदर नक्काशी की हुई है । पूरी तरह लकडी से बने इस मंदिर को काफी देर तक देखने को मन करता रहा । काश मंदिर के गेट खुले होते इस मंदिर को देखकर तो मन खुश हुआ पर ये देखकर दुखी हो गया कि इसी मंदिर के पास में एक घर में खुल में पार्टी चल रही थी । पांच से छह विदेशी जिनमें से दो लडकियां थी खुलेआम सिगरेट और चिलम का धुंआ उडा रहे थे । उन्होने तेज आवाज में म्यूजिक बजाया हुआ था और बीयर की बोतले भी खुले मे रखी थी । एक लडकी ने अपनी कमर में घेरा डाल रखा था और वो उस पहिये को घुमाने का डांस कर रही थी ।
कपडो के बारे में तो कुछ कहना ही नही था पर लगा कि इन लोगो के लिये तो गांव से कोई अलग जगह होनी चाहिये थी । क्यूंकि इसी घर के पीछे गांव का सरकारी स्कूल और थोडी दूरी पर एक और मंदिर था जो कि आपने पिछली पोस्ट में देखा था ।
वैसे यहां से अनछुऐ और बर्फ से ढके पहाडो का सुंदर नजारा देखने को मिलता है ।
उत्तराखंड की बाढ से आयी त्रासदी में और केदारनाथ मंदिर की तबाही में मरे लोगो को मेरी ओर से भावभीनी श्रद्धांजलि । flood in uttranchal,
जो लोग बच गये हैं उनके लिये भोले बाबा से प्रार्थना है कि सबकी रक्षा करें
सुन्दर यात्रा वर्णन
ReplyDeletephotos aur upload karo tyagi ji
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