कसोल हिमाचल प्रदेश का एक गांव है जो कि पार्वती घाटी में स्थित है । 1640 मीटर की उंचाई पर स्थित ये जगह पार्वती नदी के किनारे पर भुंतर से मणिकर्ण के रास्ते पर स्थित है । कुल्लू से करीब 42 किलोमीटर दूर यहां प
कसोल हिमाचल प्रदेश का एक गांव है जो कि पार्वती घाटी में स्थित है । 1640 मीटर की उंचाई पर स्थित ये जगह पार्वती नदी के किनारे पर भुंतर से मणिकर्ण के रास्ते पर स्थित है । कुल्लू से करीब 42 किलोमीटर दूर यहां पर आकर ऐसा लगता ही नही है कि हम भारत में हैं बल्कि लगता है कि हम ईजराईल में आ गये हैं । इसीलिये इसे मिनी इजराइल भी कहा जाता है ।
वैसे ये जगह बैगपैकर्स और प्रकृति प्रेमियो को भी काफी पसंद है । उसकी वजह है यहां का शांत और सुंदर वातावरण , यहां का सस्ते बजट में लम्बे समय तक रहने की सुविधा और साल भर एक सा बना रहने वाला मौसम जो कि अक्सर ठंडा ही रहता है ।
सार पास , पिन पार्वती और खीर गंगा जैसी कठिन चढाई चढने वालो के लिये भी ये एक बेस कैम्प की तरह काम करता है ।
ईजराईली जो कि यहां पर बहुतायत में रहते हैं उनके लिये यहां पर हर सुविधा है । इतनी सुविधा की कई जगह साईनबोर्ड अंग्रेजी के अलावा हिब्रू भाषा में भी लिखे मिलते हैं यहां पर खाने पीने की भी कई वैरायटी हैं
वैसे ये जगह बैगपैकर्स और प्रकृति प्रेमियो को भी काफी पसंद है । उसकी वजह है यहां का शांत और सुंदर वातावरण , यहां का सस्ते बजट में लम्बे समय तक रहने की सुविधा और साल भर एक सा बना रहने वाला मौसम जो कि अक्सर ठंडा ही रहता है ।
सार पास , पिन पार्वती और खीर गंगा जैसी कठिन चढाई चढने वालो के लिये भी ये एक बेस कैम्प की तरह काम करता है ।
ईजराईली जो कि यहां पर बहुतायत में रहते हैं उनके लिये यहां पर हर सुविधा है । इतनी सुविधा की कई जगह साईनबोर्ड अंग्रेजी के अलावा हिब्रू भाषा में भी लिखे मिलते हैं यहां पर खाने पीने की भी कई वैरायटी हैं
मै कसोल पहुंचा और यहां पर एक जूस की दुकान पर मै रूक गया । यहां पर कुछ बच्चे खेल रहे थे । मैने एक गिलास जूस पिया और दुकान वाले से पूछा कि कसोल में घूमने के लिये क्या क्या है तो उसने कहा कि यहां पर कोई प्वाइंट वगैरा नही है ये जगह तो उन लोगो के लिये है जो यहां पर लम्बे समय के लिये रहने को आते हैं । हां अगर तुम्हे कसोल घूमना है तो एक मंदिर है यहां पर उसे देख लो ।
मै उसके बताये रास्ते पर मंदिर देखने के लिये चल पडा
मै उसके बताये रास्ते पर मंदिर देखने के लिये चल पडा
कसोल गांव में जाती हुई एक विदेशी युवती
कसोल गांव का एक मंदिर
बस इतना ही दिखाया कसोल!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर अदभुद चित्रण आभार
ReplyDeleteअरे भाई कुछ तो विस्तार में बता दिया करो, आप तो फेसबुक कि तरह पोस्ट कर रहे हो...
ReplyDeleteआप सही कह रहे प्रवीण जी......इतने कम में तो हसरत भी अधूरी रह जाती हैं.....| मणिकरण जाते समय कसोल से गुजरे है |
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