भुंतर ऐतिहासिक कस्बा है । हिमाचल प्रदेश का और मणिकर्ण या कुल्लू मनाली जाने के लिये पहले यही प्रवेश द्धार था । कुल्लू जिले की ये नगर पंचायत एयरपोर्ट होने के लिये ज्यादा फेमस है पर यहां पर काफी हिस्सा प्लेन है और संगम भी है । पानी का बढिया बहाव होने के कारण और अनुकूल परिस्थतियां होने के कारण यहां पर रिवर राफिटंग भी की जाती है ।
भुंतर ऐतिहासिक कस्बा है । हिमाचल प्रदेश का और मणिकर्ण या कुल्लू मनाली जाने के लिये पहले यही प्रवेश द्धार था । कुल्लू जिले की ये नगर पंचायत एयरपोर्ट होने के लिये ज्यादा फेमस है पर यहां पर काफी हिस्सा प्लेन है और संगम भी है । पानी का बढिया बहाव होने के कारण और अनुकूल परिस्थतियां होने के कारण यहां पर रिवर राफिटंग भी की जाती है । भुंतर से कुल्लू जाने के लिये बाइपास बना है । इस रास्ते पर जगह जगह आपको रिवर राफटिंग वाले सडक पर मिल जायेंगें । मनाली और मणिकर्ण जाने के लिये रास्ते यहीं से कटते हैं । नदी को पार करके मणिकर्ण वाले रास्ते की ओर चला जा रहा था मै । यहां पर भी आगे जाकर दो रास्ते कटते हैं । एक रास्ता कुल्लू जाने के लिये भुंतर शहर का बाईपास है जो कि बहुत ही बढिया और चौडा रास्ता बना है । भुंतर से उल्टे हाथ को बाइपास जाता है और सीधे हाथ को मणिकरण । वैसे जब मैने चौराहे पर पूछा कि बिजली महादेव का रास्ता किधर को है तो उन्होने बताया कि मणिकर्ण वाले रास्ते पर भी एक जगह है जहां से बिजली महादेव के लिये रास्ता जाता है ।
photos kamaal ki hai.
ReplyDeleteराम राम जी, भुंतर के बारे में बहुत अच्छा वर्णन किया हैं. फोटो तो वाकई शानदार हैं...आजकल कंहा घूम रहे हो...वन्देमातरम...
ReplyDeletebada hi accha varnan hai prakritik drishoyo ka. agle baar ghumne jaye to hotel yaha se dekh sakte hai www.trivago.in ye sare online website se rate compare karta hai. to aap sabse sahi kamra chun sake.
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