त्रिलोकीनाथ मंदिर , मंडी , हिमाचल शिव को समर्पित मंदिर है जिसे राजा अनवर सेन की रानी सुल्ताना देवी ने 1520 ई0 में निर्माण करवाया था । शिखर शैली में निर्मित इस मंदिर में वर्गाकार गर्भगृह ,अंतराल एवं एक मंडप की योजना है
त्रिलोकीनाथ मंदिर , मंडी , हिमाचल शिव को समर्पित मंदिर है जिसे राजा अनवर सेन की रानी सुल्ताना देवी ने 1520 ई0 में निर्माण करवाया था । शिखर शैली में निर्मित इस मंदिर में वर्गाकार गर्भगृह ,अंतराल एवं एक मंडप की योजना है गर्भगृह में त्रिमुखी शिव पार्वती के साथ नंदी की आदमकद प्रतिमा पर विराजमान हैं ।
गर्भगृह की योजना पंचकोनीय है जिसमें बाहर के बने आलो में उमा , महिषासुर मर्दिनी नृत्यमुद्राओ में हैं अंतराल के उपरी भाग में शुकनासिका है । जिसके उपर भद्रमुख का अंकन है । ललाट विम्ब में गणेश की प्रतिमा का अंकन है जो दो धारीदार स्तम्भो पर आधारित है एवं तोरण में दोनो ओर दो हाथियो को दर्शाया गया है ।
गर्भगृह की योजना पंचकोनीय है जिसमें बाहर के बने आलो में उमा , महिषासुर मर्दिनी नृत्यमुद्राओ में हैं अंतराल के उपरी भाग में शुकनासिका है । जिसके उपर भद्रमुख का अंकन है । ललाट विम्ब में गणेश की प्रतिमा का अंकन है जो दो धारीदार स्तम्भो पर आधारित है एवं तोरण में दोनो ओर दो हाथियो को दर्शाया गया है ।
सुंदर नक्काशी दार शाखायें मानव एवं पुष्पीय आकृतियो से सुसज्जित हैं । आयताकार मंडप के चारो किनारो पर लघु शिखर की योजना है जो हाथियो के उपर बने हैं । बाहर निकले हुए झरोखे भी हैं जिन पर घुडसवार एवं कामुक कला के चित्र दिये गये हैं
मंदिर परिसर में कुछ लघु देवालय भी हैं जो कि शिव को समर्पित हैं
इन कारणो से और इसके पुरातत्व महत्व को देखकर ही इस मंदिर को पुरातत्व विभाग के अधीन कर दिया गया है । यहां पर मुझे तीन लोग बैठै हुए मिले जिन्होने मुझे सबसे पहले यही पूछा कि आप फोटो किसलिये खींच रहे हो मैने कहा अपने लिये । अच्छा अगर आप प्रोफेशनल नही हैं तो खींच सकते हैं मेरे कल रात के खींचे गये फोटो खराब हो गये थे क्योंकि मै मैन्युअल मोड में फोटो खींच रहा था और बारिश की हल्की हल्की बूंदो से कैमरे को बचाने के चक्कर में मैने सैटिंग नही बदली और ऐसे ही फोटो खींचता गया जो कि सभी धुंधले आये । मै दोबारा इस मंदिर में आया था । इसके बाद क्रम से मुझे मंडी के और मंदिरो में जाना था । तो आईये चलते हैं मंडी के कुछ और मंदिरो की ओर
मंदिर परिसर में कुछ लघु देवालय भी हैं जो कि शिव को समर्पित हैं
इन कारणो से और इसके पुरातत्व महत्व को देखकर ही इस मंदिर को पुरातत्व विभाग के अधीन कर दिया गया है । यहां पर मुझे तीन लोग बैठै हुए मिले जिन्होने मुझे सबसे पहले यही पूछा कि आप फोटो किसलिये खींच रहे हो मैने कहा अपने लिये । अच्छा अगर आप प्रोफेशनल नही हैं तो खींच सकते हैं मेरे कल रात के खींचे गये फोटो खराब हो गये थे क्योंकि मै मैन्युअल मोड में फोटो खींच रहा था और बारिश की हल्की हल्की बूंदो से कैमरे को बचाने के चक्कर में मैने सैटिंग नही बदली और ऐसे ही फोटो खींचता गया जो कि सभी धुंधले आये । मै दोबारा इस मंदिर में आया था । इसके बाद क्रम से मुझे मंडी के और मंदिरो में जाना था । तो आईये चलते हैं मंडी के कुछ और मंदिरो की ओर
prodigious clicks detailed information !! keep going !! :)
ReplyDeletethnx for sharing such a bful pics
ReplyDelete