तारना देवी का ये मंदिर नागरी शैली में बना है । इसे 15 वी और 17 वी शताब्दी के बीच बना हुआ माना जाता है । रानी अमृत कौर पार्क इसी मंदिर के बिलकुल पास में ही है और 1957 में दलाई लामा द्धारा इसे जनता के लिये खोला गया था ।
तारना या तारा देवी , भगवती मां दुर्गा का ही एक रूप है । तारना हिल्स पर मां तारना देवी का मंदिर बहुत ही सुंदर है । महाविदयाओ में ये दूसरे स्थान पर है । तारना देवी का ये मंदिर नागरी शैली में बना है । इसे 15 वी और 17 वी शताब्दी के बीच बना हुआ माना जाता है । रानी अमृत कौर पार्क इसी मंदिर के बिलकुल पास में ही है और 1957 में दलाई लामा द्धारा इसे जनता के लिये खोला गया था ।
मै जब बाईपास पर था तो मैने एक सज्जन से पूछा कि यहां पर रास्ते कहां को हैं मंदिरो के तो उसने मुझे वहीं से खडे खडे बडे अच्छे से भूगोल समझा दिया । असल में मै बाइक की खराबी की वजह से एक जगह जड सा हो गया था और अब अंधेरा होता जा रहा था इसलिये अब विचलित सा था कि पहले कौन सी जगह देखूं । तो सबसे पहले दूर की जगह देखूं ताकि सुबह सवेरे निकलने पर कोई दिक्कत ना रहे ।
तारना हिल्स के लिये रास्ता ढूंढने में आपको दिक्कत आ सकती है क्योंकि कहीं पर भी कोई बोर्ड वगैरा नही है । कई बार पूछना पडा लोगो से और तारना हिल्स तक पहुंचने का रास्ता भी कोई बढिया नही है । ये एक सिंगल कार के लिये बमुश्किल है वो भी खडी चढाई का । मेन मंडी शहर से करीब 4 किलोमीटर दूर वैसे जहां मेरी बाइक सही हुई थी वहां से 2 किलोमीटर
तारना हिल्स पर पहुंचा तो मंदिर की शैली और कलर काम्बीनेशन देखकर मै तो दंग रह गया । बडा ही सुंदर रंगो का मिश्रण था और मंदिर के पत्थरो पर भी इसी तरह का नजारा था । मंदिर में कुछ औरते कीर्तन कर रही थी । मंदिर के चारो ओर परिक्रमा कारीडोर है जिसमें सुंदर खम्बे व सुंदर चित्रो को उकेरा गया है ।
मै इस सुंदर मंदिर को देखकर चकित था । पास में ही रानी अमृत कौर पार्क था जिसे देखने तक मुझे अंधेरा हो जाना था और फिर मुझे रूकने का ठिकाना भी ढूंढना था इसलिये मैने ज्यादा समय यहां नही बिताया पर मै फिर दोबारा जाना चाहूंगा । इस जगह से मंडी शहर का भी बढिया नजारा दिखता है
Amazing,Jaimata di
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