इस शहर में 81 मंदिर थे ऐसा कहा जाता है लेकिन अब उनमें से बहुत ही कम बचे हैं जिनमें त्रिलोकनाथ मंदिर , भूतनाथ मंदिर , अर्धनारीश्वर मंदिर , तारना देवी मंदिर आदि प्रसिद्ध भी हैं और कई तो पुरातत्व विभाग के आधीन हैं ।
मंडी शहर हिमाचल का एक शहर तो है ही साथ में जिला भी है जिसमें बहुत सारे पर्यटन स्थल आते हैं । व्यास नदी के किनारे बसे इस शहर की समुद्र तल से उंचाई 760 मीटर के करीब है । पुराना शहर नदी के एक किनारे पर है जबकि मेन नेशनल हाइवे जो नदी के दूसरे किनारे पर है वहां पर भी अब तेजी से विकास हो रहा है ।
नया बस अडडा भी इसी हाइवे पर है । नेशनल हाइवे से कहते हैं कि इसका नामकरण भी मनु के नाम पर हुआ है और मनाली का भी तो अब तो आप मेरे नाम की महत्ता जान ही गये होंगें । इस शहर में 81 मंदिर थे ऐसा कहा जाता है लेकिन अब उनमें से बहुत ही कम बचे हैं जिनमें त्रिलोकनाथ मंदिर , भूतनाथ मंदिर , अर्धनारीश्वर मंदिर , तारना देवी मंदिर आदि प्रसिद्ध भी हैं और कई तो पुरातत्व विभाग के आधीन हैं ।
तीसरे नम्बर के फोटो में जो पुल है इससे केवल भीमकाली मंदिर ही नही जाया जाता बल्कि इसी से उल्टे हाथ को जोगिंदरनगर और उसी रास्ते से सीधे हाथ को उपर को जाकर कटोल से होकर पाराशर या कटोल से सीधे भुंतर जाया जा सकता है । मेरा अगले दिन का लक्ष्य पाराशर था इसलिये मैने ये फोटो सुबह के समय जाते समय लिये थे । इसी पुल से पहले सुंदर गुरूद्धारा है ।
शाम के पांच बजे जैसे ही उस मिस्त्री ने मेरी बाइक सही करके दी तो उसी समय बारिश् बंद हो गयी । ये अजब संयोग था अगर मै सोचूं कि मेरा समय खराब हुआ तो बिलकुल नही क्योंकि उस समय बारिश पड रही थी और अगर मै ये सोचता हूं कि मेरा समय खराब नही हुआ तो बिलकुल नही क्योंकि आज मैने आधे दिन से ज्यादा एक कुर्सी पर बैठकर बिताया है । दोनो ही बाते थी । मैने मंडी शहर में घूमने के लिये सोचा और सबसे पहले मै पूछता पूछता पहुंच गया बाईपास वाले रास्ते पर और यहां पर मैने त्रिलोकनाथ मंदिर के फोटो भी ले लिये पर वे खराब हो गये जब मैने रात को देखा क्योंकि मै मैन्यूअल मोड में फोटो ले रहा था और मैने ध्यान नही दिया और पहली सैंटिग समय की रह गयी उससे हाथ हिलते ही फोटो खराब हो गये जो मैने रात को कमरे में देखे और तब मै अगले दिन सुबह सवेरे फिर वहां पर गया ।
तो यहां के वे खराब हो चुके फोटो देने की बजाय मै आपको ले चल रहा हूं एक बहुत कम देखी गयी जगह तारना देवी का मंदिर है जो कि बहुत ही सुंदर जगह है कल सुबह तैयार रहिये उसे घूमने के लिये
नया बस अडडा भी इसी हाइवे पर है । नेशनल हाइवे से कहते हैं कि इसका नामकरण भी मनु के नाम पर हुआ है और मनाली का भी तो अब तो आप मेरे नाम की महत्ता जान ही गये होंगें । इस शहर में 81 मंदिर थे ऐसा कहा जाता है लेकिन अब उनमें से बहुत ही कम बचे हैं जिनमें त्रिलोकनाथ मंदिर , भूतनाथ मंदिर , अर्धनारीश्वर मंदिर , तारना देवी मंदिर आदि प्रसिद्ध भी हैं और कई तो पुरातत्व विभाग के आधीन हैं ।
तीसरे नम्बर के फोटो में जो पुल है इससे केवल भीमकाली मंदिर ही नही जाया जाता बल्कि इसी से उल्टे हाथ को जोगिंदरनगर और उसी रास्ते से सीधे हाथ को उपर को जाकर कटोल से होकर पाराशर या कटोल से सीधे भुंतर जाया जा सकता है । मेरा अगले दिन का लक्ष्य पाराशर था इसलिये मैने ये फोटो सुबह के समय जाते समय लिये थे । इसी पुल से पहले सुंदर गुरूद्धारा है ।
शाम के पांच बजे जैसे ही उस मिस्त्री ने मेरी बाइक सही करके दी तो उसी समय बारिश् बंद हो गयी । ये अजब संयोग था अगर मै सोचूं कि मेरा समय खराब हुआ तो बिलकुल नही क्योंकि उस समय बारिश पड रही थी और अगर मै ये सोचता हूं कि मेरा समय खराब नही हुआ तो बिलकुल नही क्योंकि आज मैने आधे दिन से ज्यादा एक कुर्सी पर बैठकर बिताया है । दोनो ही बाते थी । मैने मंडी शहर में घूमने के लिये सोचा और सबसे पहले मै पूछता पूछता पहुंच गया बाईपास वाले रास्ते पर और यहां पर मैने त्रिलोकनाथ मंदिर के फोटो भी ले लिये पर वे खराब हो गये जब मैने रात को देखा क्योंकि मै मैन्यूअल मोड में फोटो ले रहा था और मैने ध्यान नही दिया और पहली सैंटिग समय की रह गयी उससे हाथ हिलते ही फोटो खराब हो गये जो मैने रात को कमरे में देखे और तब मै अगले दिन सुबह सवेरे फिर वहां पर गया ।
तो यहां के वे खराब हो चुके फोटो देने की बजाय मै आपको ले चल रहा हूं एक बहुत कम देखी गयी जगह तारना देवी का मंदिर है जो कि बहुत ही सुंदर जगह है कल सुबह तैयार रहिये उसे घूमने के लिये
Beautiful and mesmerizing is all I can say about this grabs. Manu you are brilliant with the camera!
ReplyDeleteHimachal pradesh is a land of natural PAHADI beauty, if I may say so !
ReplyDeleteKool
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