नरेन्द्र सरोवर जो है वो चिलका जाने वाले रास्ते पर मुख्य मंदिर से पांच सौ मीटर दूरी पर है । गुंडिचा मंदिर जाने के लिये तो आपको किसी को पूछना ही नही पडेगा बस जगन्नाथ जी मंदिर से सीधे चौडी सडक पर चल पडिये जब ये सडक आधी हो जायेगी वहीं पर गुंडिचा मंदिर है ।
पुरी में जगन्नाथ भगवान जी की ससुराल , बेडी हनुमान और सोनार गोरांगी नाम की जगहे भी देखने लायक हैं ये सब गुंडिचा मंदिर से थोडी दूरी पर ही हैं । जगन्नाथ जी की ससुराल को देखने के लिये भी तीन रूपिया लगता है टिकट का जो कि गेट पर बैठे भारी भरकम पहलवान टाइप महंत पहले ले लेते हैं । ये ही मंदिर में व्यवस्था बनाते हैं । वैसे मंदिर में जगह जगह लिखा है कि ये जगह दान द्धारा पुननिर्माण हुई हैं
यहां आटो वाले ने हमसे चालाकी की । हमें तो पता नही था कि जगहे कहां कहां पर हैं । उसने हमें सात आठ प्वाइंट बताये जैसे नरेन्द्र सरोवर , गुडिचा मंदिर ,जगन्नाथ जी की ससुराल , बेडी हनुमान जी और सोनारगोरांगी इनमें से तीन तो एक ही जगह हैं बिलकुल पास पास जो कि आज की पोस्ट में है जबकि नरेन्द्र सरोवर जो है वो चिलका जाने वाले रास्ते पर मुख्य मंदिर से पांच सौ मीटर दूरी पर है । गुंडिचा मंदिर जाने के लिये तो आपको किसी को पूछना ही नही पडेगा बस जगन्नाथ जी मंदिर से सीधे चौडी सडक पर चल पडिये जब ये सडक आधी हो जायेगी वहीं पर गुंडिचा मंदिर है ।
NORTH EAST TOUR-
बेडी हनुमान मंदिर में हनुमान जी की प्रतिमा है जबकि सोनार गोरांगी में भी सुंदर और छोटी सी प्रतिमा है । तीनो ही जगह आस पास थी सो चप्पल वगैरा आटो में ही निकाल दिये थे । इसके बाद आटो वाला हमें लेकर पुरी के बीच की ओर चल पडा । यही उससे तय हुआ था ।
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