इसे मिनी मसूरी भी कहा जाता है । रूपकुंड और बेदिनी बुग्याल की यात्रा का ये प्रवेश द्धार है । वैसे यहां से आली बुग्याल भी दिखाई दे जाता है और वाण गांव तक का नजारा दिखता है । कुछ कुछ ऐसा ही जैसा कि कोट भ्रामरी मंदिर से दिखाई देता है ।
सरकारी उदासीनता का प्रत्यक्ष प्रमाण है लोहाजंग जिसे रूपकुंड के बेस कैम्प के
तौर पर तो इस्तेमाल किया जाता है पर इतने सुंदर पर्यटक स्थल का विकास नही कराया
गया है । इतनी खूबसूरत जगह को कुछ प्राइवेट लाज वालो ने ही भददे तरीके से घेर रखा
है । सडक कहने को पक्की यहीं तक है । इसे मिनी मसूरी भी कहा जाता है । रूपकुंड और
बेदिनी बुग्याल की यात्रा का ये प्रवेश द्धार है । वैसे यहां से आली बुग्याल भी
दिखाई दे जाता है और वाण गांव तक का नजारा दिखता है । कुछ कुछ ऐसा ही जैसा कि कोट
भ्रामरी मंदिर से दिखाई देता है ।
मुझे रतन सिंह गाइड जो कि कौसानी में मिला था उसने लोहाजंग का एक नम्बर चलते
समय दिया था कि ये आपकी मदद कर देंगें । मैने लोहाजंग आकर उस नम्बर पर काल किया तो
उन्होने थोडा आगे एक लाज में आने को कहा । ये सुंदर लाज था और अधिकतर खाली था ।
बिलकुल वाण जाने वाली सडक पर सबसे आखिर में और इसे इंडिया हाइक वालो ने अपना निवास
बना रखा था ज्यादातर उन्ही के आदमी वहां पर रूकते थे । मैने लाज संचालक से बात की
। उनसे रूकने के बारे में पूछा तो उन्होने सिंगल कमरे के 400 रू बताये वो भी मेरे
लिये । मैने उनसे रूपूकुंड जाने के लिये गाइड के और सामान वगैरा के बारे में पूछा
तो उन्होने कहा कि आप अब रूक जाओ मै कल सारी व्यवस्था करा दूंगा । अभी पास के गांव
से किसी गाइड को बुलावा भेजता हूं और वो रात को या सुबह को आपके पास आ जायेगा ।
सामान सब मै उपलब्ध करा दूंगा ।
अभी दिन के ढाई बजे थे । दिल्ली से चले आज मेरा दूसरा दिन था । मैने जाट को
फोन किया तो उन्होने बताया कि वो चल चुके हैं पर अभी मुरादाबाद तक ही आये हैं और
कल शाम तक हर हालत में वो यहां पर पहुंच जायेंगें ।
ReplyDeleteबहुत सुन्दर प्रस्तुति!
मनु जी उत्तराखंड में तो ऐसे सैकडो स्थान हैं जो की मसूरी से भी खूबसूरत हैं. पर जानकारी ना होने और विकसित ना होने के कारण कोई नहीं जाता हैं सभी लोग नैनीताल, मसूरी की भीड़ में घुस जाते हैं..वन्देमातरम..
ReplyDeletesundar nazaare
ReplyDeleteधीरे-धीरे धड़कने तेज होती जा रही है। जाट आयेगा या नहीं, सस्पेंस जारी है।
ReplyDeleteSunder Chitra.....
ReplyDeletebahut hi sunder chitra
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